ONDC क्या है और कैसे काम करता है?

ONDC की full form है – Open Network For Digital Commerce (ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स)। यह भारत सरकार का एक महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है। ONDC क्या है? ONDC कैसे काम करता है? ONDC के क्या फायदे हैं? ONDC के जरिए सामान कैसे बेचें और कैसे खरीदें? इन सभी सवालों के जवाब इस आर्टिकल में आपको मिल जाएंगे।

ONDC क्या है?

ONDC, यानी ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स भारत सरकार का एक प्रोजेक्ट है। सभी प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं के ई व्यापार को एक खुले नेटवर्क में लाने के लिए सरकार ने यह पहल की है। ONDC डिजिटल वाणिज्य को प्रजातंत्रिय बनाएगा और ई-कॉमर्स को प्लेटफॉर्म केंद्रित मॉडल से खुले नेटवर्क मॉडल की ओर ले कर जाएगा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार ONDC पर वस्तुएं और सेवाएं दोनों उपलब्ध रहेंगे। ONDC विक्रेता और खरीददार को एक दूसरे से जोड़ने में मदद करेगा चाहे वो किसी अलग-अलग प्लेटफार्म या एप्लीकेशन पर हों।

यह भी पढ़ें-

ONDC क्यों? इसके क्या उद्देश्य हैं?

ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स ONDC का उद्देश्य e-commerce बाजार में मोनोपोली को खत्म करना है। वर्तमान समय में भारत के ई-कॉमर्स बाजार में दो बड़ी online shopping वाली कंपनियों का 80 फ़ीसदी से ज्यादा हिस्सा है। भारत के छोटे-छोटे विक्रेता, छोटे कस्बों के किराना दुकानदार बाजार में ऑनलाइन शॉपिंग की बढ़ती हिस्सेदारी से डरे हुए हैं। ONDC का उद्देश्य ऐसा खुला नेटवर्क स्थापित करने का है, जिसमें किसी एक प्लेटफार्म का दबदबा ना रहे। दुकानदार किसी भी अनुकूल प्लेटफार्म से अपनी वस्तुओं और सेवाओं को बेच सकें और ग्राहक किसी भी अनुकूल प्लेटफार्म से उन वस्तुओं और सेवाओं को खरीद सकें। इसके लिए दुकानदार और ग्राहक का प्लेटफार्म App अलग अलग हो तो भी वह एक दूसरे से जुड़ सकें।

ONDC कैसे काम करता है?

How ONDC works
  • ONDC ई कॉमर्स के क्षेत्र में बिल्कुल वैसा ही है जैसा ऑनलाइन पेमेंट के क्षेत्र में यूपीआई (UPI) है।
  • मौजूदा E-commerce मॉडल में विक्रेता और ग्राहक किसी एक प्लेटफार्म (वेबसाइट या एप्लीकेशन) पर एक दूसरे से जुड़ते हैं और व्यापार करते हैं। ONDC इस मॉडल को बदल सकता है। यह एक खुला नेटवर्क होगा, जिसमें विक्रेता और ग्राहक अलग-अलग प्लेटफार्म, वेबसाइट या एप्लीकेशन पर होते हुए भी एक दूसरे से जुड़ सकेंगे।
  • ONDC कुछ वैसे ही काम करेगा जैसे UPI की सहायता से हम किसी के भी अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं, चाहे हमारी और उसकी UPI app अलग-अलग हो।
  • ONDC पर विक्रेता (seller) या सेवा प्रदाता (service provider) अपनी पसंद की किसी भी ओएनडीसी अनुकूल ऐप का प्रयोग करके अपनी वस्तुओं या सेवाओं को सूचीबद्ध कर सकेगा, उनके भंडार का प्रबंधन कर सकेगा, ग्राहक से मिलने वाले ऑर्डर का प्रबंधन कर सकेगा और आर्डर पूरा कर सकेगा।
  • इसी इसी तरह ग्राहक अपनी पसंद की किसी भी ONDC सपोर्ट वाली ऐप का प्रयोग करके अपनी जरूरत की वस्तुएं और सेवाएं किसी भी विक्रेता से खरीद सकेगा।
  • ग्राहक और विक्रेता दोनों की एप्लीकेशन प्लेटफार्म एक होना जरूरी नहीं होगा। माना विक्रेता एप्लीकेशन X का प्रयोग करता है और ग्राहक एप्लीकेशन में Y का प्रयोग करता है तो भी वह एक दूसरे के साथ व्यापार कर सकेंगे।

ONDC के क्या फायदे हैं? | Benifits of ONDC

विक्रेता के लिए फायदे

  • अधिक ग्राहकों तक पहुंच बनेगी।
  • व्यापार करने का खर्च कम होगा।
  • अपने व्यापार के डिजिटल प्रबंधन के लिए एप्लीकेशन चुनने के अधिक विकल्प होंगे।
  • लॉजिस्टिक्स और आर्डर सप्लाई की पूर्ति के लिए अधिक विकल्प मिलेंगे।

ग्राहक के लिए फायदे

  • अधिक विक्रेताओं और वस्तुओं तक पहुंच बनेगी।
  • लोकल विक्रेताओं के कारण वस्तुओं की जल्दी डिलीवरी मिलेगी।
  • अपनी पसंद के किसी एक ऐप के प्रयोग से नेटवर्क के सभी विक्रेताओं और वस्तुओं या सेवाओं के विकल्प मिलेंगे।

ONDC से सामान कैसे बेचें और कैसे खरीदें?

How to sell on ONDC : ONDC के बारे में पढ़कर और जानकर किसी भी विक्रेता के मन में यह सवाल आ सकता है कि ONDC पर रजिस्ट्रेशन कैसे करें। तो आपका कन्फ्यूजन दूर करते हुए आपको बता दूं की ONDC कोई प्लेटफार्म या एप्लीकेशन नहीं है, यह एक ओपन नेटवर्क है। जैसे आप UPI के जरिए गूगल पे, फोन पे, पेटीएम या भीम एप जैसी किसी एप्लीकेशन के बिना सीधे पेमेंट नहीं कर सकते। ऐसे ही आप सीधे ओएनडीसी पर कोई रजिस्ट्रेशन (registration) या व्यापार नहीं कर सकते।

इसे और सरल भाषा में ऐसे समझिए जैसे हमें इंटरनेट पर मौजूद किसी भी जानकारी को देखने के लिए किसी ब्राउज़र (google chrome, firefox आदि) की जरूरत होती है। वैसे ही ONDC पर मौजूद वस्तुओं और सेवाओं को देखने और खरीदने के लिए हमें किसी अनुकूल प्लेटफार्म या App की जरूरत पड़ेगी।

Open Network for Digital Commerce के लांच होने के बाद धीरे-धीरे हमें बाजार में बहुत सी कंपनियों की ओर से अलग-अलग प्लेटफार्म या एप्लीकेशन मिलेंगी, जिनके जरिए हम ONDC का लाभ ले सकेंगे। जैसे UPI से ऑनलाइन पेमेंट के लिए हम अपनी पसंद से भीम एप, पेटीएम, फोन पे, अमेज़न पे जैसी किसी भी ऐप का प्रयोग करते हैं, ठीक ऐसे ही ONDC के जरिए ई-कॉमर्स के लिए हमारे पास जल्दी ही कई विकल्प होंगे। चाहे हम विक्रेता हों या ग्राहक, हमें ONDC को एक्सेस करने के लिए ऐसी किसी Application को डाउनलोड करना होगा या प्रयोग करना होगा।

ONDC Apps & Registration

ONDC के प्रयोग के लिए बहुत सी कम्पनियां अपनी ऐप्स बना रही हैं। ONDC की वेबसाइट से प्राप्त ताजा जानकारी (जनवरी 2022) के अनुसार सरकार इसको 25 शहरों में शुरू कर चुकी है। इसको बहुत जल्दी सार्वजनिक रूप से चालू कर दिया जाएगा। अभी तक क‌ई कंपनियों ने ONDC की ऐप्स बनाई हैं। इनमे से कुछ seller apps (विक्रेता ऐप्स) और कुछ buyer app हैं। लेकिन इनको पूरे देश में लांच होने में अभी थोड़ा समय और लगेगा।

पेटीएम और फोन पे जैसी कंपनी भी अपने उपयोगकर्ताओं के लिए ONDC से संबद्ध विक्रेता से खरीददारी कि सुविधा देने लगी हैं।

Lucknow on ONDC

अभी आपको ONDC पर रजिस्ट्रेशन करने और इसके जरिए कुछ भी बेचने और खरीदने के लिए कुछ समय का इंतेज़ार करना पड़ेगा। जैसे ही इसके लिए ऐप्स (Apps) लॉन्च होंगी तो आपको खुद पता चल जाएगा। UltraNews.in जैसे किसी इनफॉर्मर से या फिर ऐप बनाने वाली किसी कंपनी की मार्केटिंग कैंपेन से।


5 1 vote
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
1 Comment
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
1
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x