How many Watt load could Inverter take
हमारे घर में उपयोग होने वाले किसी भी इनवर्टर की एक maximum power rating होती है, जो VA या फिर Watt के रूप में लिखी होती है। जिसे इनवर्टर की पावर रेटिंग, आउटपुट कैपेसिटी output capacity या मैक्सिमम लोड कहा जाता है। आम बोलचाल में हम अक्सर कह देते हैं के इनवर्टर इतने वाट (watt) का है, यहां हमारा मतलब उसके अधिकतम लोड (load) से होता है। कोई इन्वर्टर अपनी अधिकतम वहन क्षमता से अधिक लोड डाले जाने पर ओवरलोड दिखाकर आउटपुट सप्लाई बंद कर देता है।
ज्यादातर इनवर्टर की आउटपुट पॉवर VA में लिखी होती है। VA, Volt-Ampere का संक्षिप्त रूप है। इनवर्टर पर लिखी VA रेटिंग इनवर्टर की अधिकतम लोड क्षमता दर्शाती है। VA भी वाट की तरह ही होता है, लेकिन यहां इसमें थोड़ा सा अंतर है। जितने भी VA का इनवर्टर हम उपयोग करें, सामान्य घरेलू उपयोग में वह अपनी VA रेटिंग से कुछ कम watt लोड ले सकता है। इस अंतर का पता नहीं होने के कारण कई लोग अपनी जरूरत से कम वाॅट का इनवर्टर खरीद लाते हैं, जिससे कि बाद में परेशानी होती है। इनवर्टर पर लिखे VA से watt कैसे निकालें, यह हमने आगे बताया है। बाजार में अलग-अलग आउटपुट कैपेसिटी वाले इनवर्टर उपलब्ध हैं। जिनमें घरेलू उपयोग के लिए 700VA, 800VA, 900VA और 1100VA वाले इनवर्टर सबसे अधिक प्रयोग किए जाते हैं। क्योंकि यह इकोनॉमिकल होते हैं और इनकी लोड वहन करने की क्षमता हमारी सामान्य बल्ब, पंखे और टीवी आदि की जरूरत पूरी कर देती है।
VA और watt में अंतर
यहां VA मतलब उस लोड से है जो कोई उपकरण आपके इनवर्टर पर डालता है, जबकि watt का मतलब उस पावर की मात्रा से है जो वह उपकरण consume करता है। दरअसल कुछ उपकरण जितनी वाॅट पावर का प्रयोग करते हैं, उन्हें चलाने के लिए उससे कुछ ज्यादा वोल्ट-एम्पीयर पावर देनी होती है। यानी उनका पावर का उपयोग तो कम होता है लेकिन उन्हें चलाने पर इनवर्टर पर पड़ने वाला भार प्रयोग होने वाली पावर से थोड़ा अधिक होता है। VA और watt के अनुपात को हम power factor के रूप में जानते हैं। यह 0 से 1 के बीच में होता है।
कुछ उपकरण, जैसे सामान्य लाइट बल्ब, को चलाने के लिए उतने ही VA की आवश्यकता पड़ती है, जितने watt पावर वह कंज्यूम करते हैं। लेकिन inductive और capacitive लोड वाले उपकरण, आमतौर पर ऐसे उपकरण जिनमें मोटर लगी है, जैसे पंखे, वाशिंग मशीन आदि जितनी पावर का उपयोग करते हैं उससे थोड़ा अधिक लोड इनवर्टर पर डालते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब यह चलते हैं, तो इनकी मोटर से कुछ विद्युत करंट पैदा होता है। जो इनको चलाने वाले करंट की विपरीत दिशा में होता है। इनसे पैदा होने वाले इस विपरीत करंट के कारण, इस करंट के लगभग बराबर अतिरिक्त भार इनवर्टर पर पड़ता है। यही कारण है कि बाजार में उपलब्ध इनवर्टर पर उसकी अधिकतम क्षमता watt में ने लिखी होकर VA में लिखी होती है।
हमारे घरेलू उपयोग के अधिकतम उपकरणों पर पाॅवर रेटिंग watt में लिखी होती है। जबकि इनवर्टर पर यह अक्सर वोल्ट-एम्पीयर (VA) में लिखी होती है। वोल्ट-एम्पीयर को वाॅट में बदलने के लिए हम इसकी गुना पावर फैक्टर के साथ करते हैं। सामान्य तौर पर power factor 0.80 के लगभग होता है।
watt = VA x 0.80
यदि आपका इन्वर्टर 900 VA का है तो 900 की 0.80 से गुणा करने पर 720 मिलता है।
इनवर्टर रेटिंग = 900VA
पावर फैक्टर = 0.80
वाॅट में क्षमता = 900 x 0.80 = 720 watt
इस तरह 850VA का इनवर्टर सामान्यतः 720 watt लोड ले सकता है। इसका अर्थ यह हुआ कि यदि आपके इनवर्टर से चलने वाले घरेलू उपकरणों के लोड की गणना 720 वाट है, तो आप कम से कम 900 VA का इनवर्टर खरीदें।
याद रखें की यहां 720 watt लोड के लिए 900 VA न्यूनतम जरूरत है। कंपनियां कहती हैं की आप इनवर्टर को उसकी अधिकतम क्षमता से 80% लोड तक ही चलाएं। इस तरह तो 720 का भी 0.80 से गुना करना होगा। जिसके अनुसार आपको 900 VA के इनवर्टर पर सामान्यतः 576 वॉट (900×0.80×0.80) ही लोड चलाना चाहिए।
इसी तरह बाजार में उपलब्ध 650VA, 700VA, 900VA, 1050VA, 1100VA या किसी भी अन्य रेटिंग वाले इनवर्टर की अधिकतम क्षमता आप वाॅट में निकाल सकते हैं।
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