अच्छा लाभ देगा आस्था से जुड़ा बिज़नेस | Religious Items Shop Bussiness Plan

आज ऐसा बिजनेस आइडिया लाया हूं कि यदि पूरा पढ़ें और अच्छे से कल्पना करें, तो कुछ लोग तो पढ़ कर बोल उठेंगे कि “वाह बेट्टे! मौज कर दी”। इस शॉप में वह चीज भी बिकती है, जो हमें फ्री मिल सकती है। है ना कमाल की बात! पूरा पढ़ना और अच्छे से समझना दोस्तों, फ्यूचर प्लान तक।

जब हम कोई बिजनेस या शॉप शुरू करने की सोचते हैं, तो यही सोचते हैं कि ऐसा क्या करें जिसमें लागत (investment) और कंपटीशन कम हो। जिस बिजनेस में या जिस प्रोडक्ट में प्रतिस्पर्धा कम हो, उसके सफल होने की उम्मीद ज्यादा रहती है। आज मैं इस पोस्ट में आपके लिए एक ऐसी ही Shop का बिजनेस आइडिया खोज कर लाया हूं। इस शॉप के लिए आपको investment भी ज्यादा नहीं करनी है। इसमें कंपटीशन बहुत ज्यादा नहीं है और products की डिमांड हमेशा रहती है। तो आइए देखते हैं आज का unique बिजनेस आइडिया क्या है।

धार्मिक वस्तुओं का Small Bussiness

माता के पूजन में उपयोगी श्रृंगार का सामान

धार्मिक वस्तुओं का बिज़नेस कैसा है

इस बिज़नेस को घाटे का सौदा ना समझें। इसकी specialized शॉप हर जगह नहीं हैं और प्रोडक्ट्स (products) ऐसे ऐसे हैं कि लोग बिना जरूरत के भी खरीदते हैं। हमारे देश के लोगों की धर्म और पूजा पाठ में बहुत आस्था है। विशेषतः हिंदू धर्म में तो त्यौहार भी बहुत हैं। सभी त्योहारों का अपना ही उल्लास और आस्था है। वैसे भी लोग हमेशा ही व्रत उपवास और अपने अपने इष्ट की पूजा वगैरह करते रहते हैं। ऐसे में हमारे यहां के लोग पूजा में प्रयोग होने वाली विभिन्न वस्तुएं पूरे साल खरीदते ही रहते हैं। इसके अलावा त्योहारों पर कुछ विशेष वस्तुओं की खरीददारी होती है। जैसे, रक्षाबंधन पर राखी, दिवाली पर रंगीन लाइटिंग और मोमबत्ती आदि। इसीलिए धर्म, आस्था और पूजा पाठ से संबंधित वस्तुओं की दुकान एक अच्छा bussiness idea है। आर्टिकल अंत तक पढ़ेंगे तो आपको महसूस होगा कि यह वाकई कितना अच्छा bussines है।

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धार्मिक प्रोडक्ट्स की दुकान की लागत

पूजा सामग्री और त्योहारों में उपयोग होने वाले सामान की दुकान की लागत बहुत ज्यादा नहीं है। मोटे तौर पर मानें तो दुकान में सामान रखने की व्यवस्था, फर्नीचर आदि सेट करने के लिए शुरुआती तौर पर हम ₹5000 की लागत मान सकते हैं। इसके अलावा जो प्रोडक्ट हमें दुकान में रखने हैं। हम शुरुआत में लगभग ₹5000 के प्रोडक्ट अपने करीबी थोक मार्केट से ला सकते हैं। इस तरह से ₹10000 से ₹15000 की शुरुआती लागत में हम अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसके बाद धीरे-धीरे हम अपनी shop में उत्पादों की संख्या बढ़ा सकते हैं।

धार्मिक वस्तुओं की दुकान में लाभ

यदि profit margin की बात करें तो पूजा पाठ से जुड़े सामानों पर 20% से लेकर 80% तक का मुनाफा है। इसमें कुछ ऐसी वस्तुएं भी है जो आप घर पर कम कीमत में तैयार कर सकते हैं। जैसे कि आजकल ‘कान्हा जी’ के कपड़े काफी डिमांड में हैं। इन्हें हम, विशेष तौर पर कोई महिला, आसानी से खुद भी बना सकते हैं। आपको कितना मुनाफा होता है, यह हमारी शॉप के लोकेशन पर भी निर्भर करता है। हमारी दुकान ग्राहकों की अच्छी संख्या वाली मार्केट में है तो फिर तो कहना ही क्या।

धार्मिक वस्तुओं कि शॉप में सामान | Puja Samagri Shop Items

पूजा में उपयोगी पीतल और तांबे के बर्तन

यहां से शुरू होती है इस बिजनेस की खास बात। धार्मिक वस्तुओं के बिजनेस में सबसे दमदार बात यही है कि यह सुनने में बहुत छोटा लगता है, लेकिन जब products की बात करें तो सूची बहुत लंबी हो जाती है। इस शॉप में हमारी वह चीज भी बिकेगी जो हमें free मिल सकती है। चौंकिए मत, उदाहरण है आम की लकड़ी और गंगाजल।

  • गुलाल
  • सिंदूर
  • कुमकुम
  • चंदन
  • हल्दी
  • फूल (पुष्प) और फूल माला
  • पान सुपारी
  • शहद
  • आम की लकड़ी
  • हवन सामग्री, गुड, लौंग, इलाइची आदि।
  • गाय का घी
  • दूध और दही
  • पंचमेवे का प्रसाद
  • कपूर, अगरबत्ती और धूप बत्ती
  • रुई की बत्ती
  • तिल का तेल
  • मिट्टी और पीतल के दीपक
  • पीतल की आरती की थाली, लोटा, चम्मच आदि और अन्य पूजा में उपयोग होने वाले पीतल और तांबे के बर्तन।
  • हवन के लिए सूखा नारियल और पूजा के लिए पानी वाला नारियल।
  • मिट्टी, तांबे और पीतल के कलश।
  • लाल और नीला कपड़ा।
  • माता की चुनरी।
  • छोटी कन्याओं के श्रृंगार की वस्तुएं
  • गंगाजल
  • भगवान के वस्त्र
  • व्रत कथा, धार्मिक कहानियां और भजन आरती की किताबें।

धार्मिक वस्तुओं कि दुकान की भविष्य योजना

श्री कृष्ण जी की मूर्ति

एक बार शुरुआत कर देने के बाद लोगों की आस्था से संबंध रखने वाले इस बिजनेस में अपार संभावनाएं हैं। मैं अपनी सोच से कुछ को सूचीबद्ध करने का प्रयास कर रहा हूं। इसके अतिरिक्त आपके धैर्य, दिमाग और ग्राहकों की demand से और भी संभावनाएं निकल कर सामने आ सकती हैं।

  • ग्राहकों की जरूरत और बाजार की संभावनाओं के हिसाब से अलग-अलग वस्तुओं को बढ़ाते जाना है।
  • हम मूर्तियों और तस्वीरों का संग्रह बढ़ाकर बड़ा कर सकते हैं।
  • विभिन्न त्योहारों पर अधिक लाभ कमाया जा सकता है। इसके लिए त्योहार विशेष पर उपयोगी सामान रखना होगा। जैसे दिवाली पर रंग बिरंगी मोमबत्ती, झालर, झूमर, सजावटी लाइटें, माता लक्ष्मी के पद चिन्ह और अन्य सजावटी सामान।
  • विशेष त्यौहार या किसी विशेष उपलक्ष के लिए जरूरी वस्तुओं की kit तैयार करनी हैं। जैसे दिवाली पूजन किट में दिवाली की पूजा में प्रयुक्त होने वाला सभी सामान, कन्या पूजन की किट, हवन किट, करवा चौथ पूजन किट आदि। ऐसे लोगों को खरीदारी में आसानी होगी और हमारी बिक्री बढ़ेगी। इनकी पैकिंग पर हम अपना प्रचार भी कर सकते हैं।
  • हम स्टोर का और विस्तार करके उसमें धोती, गमछे, कांवड़ियों के उपयोग के सामान और कपड़े आदि भी रख सकते हैं।
  • त्योहारी सीजन पर बैनर पोस्टर लगाकर और कोई offer निकालकर हम अपनी अच्छी मार्केटिंग कर सकते हैं।
  • बिजनेस को और विस्तार देने के लिए इसी बिजनेस को थोक विक्रेता के तौर पर भी किया जा सकता है।
  • कुछ वस्तुएं जैसे अगरबत्ती, धूपबत्ती, मोमबत्ती आदि को खुद बनाने के लिए बहुत बड़े उद्योग की आवश्यकता नहीं है। इसलिए हम धीरे-धीरे इस बिजनेस में भी उतर सकते हैं।

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