रिलायंस रिटेल का dunzo पहले ही Open Network For Digital Commerce (ONDC) एकीकृत कर चुका है। grab.in भी रिलायंस के स्वामित्व वाली कंपनी है, जिसमें रिलायंस की 80% हिस्सेदारी है।
grab.in को रिलायंस इंडस्ट्रीज ने साल 2019 में अधिकृत किया था। अब यह रिलायंस रिटेल के अंतर्गत आती है। रिलायंस की ही dunzo पहले से ही लॉजिस्टिक्स पार्टनर के रूप में ONDC पर है। अब grab.in के ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) आधारित प्लेटफार्म के विकास के साथ ही रिलायंस रिटेल का इस नए मार्केट में औपचारिक आगमन हो गया है।
grab.in के सह संस्थापक प्रतीक संघवी के द्वारा बताया गया की “अभी हम ONDC के साथ एक पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत करने की प्रक्रिया में है।” उन्होंने बताया कि हम अपनी पार्टनरशिप को और बढ़ाएंगे और अपने ग्राहकों को सुलभ और कुशल डिलीवरी एक्सपीरियंस देने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
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2014 में हुई थी grab.in की शुरुआत
grab.in की स्थापना 2014 में हुई थी। यह रेस्टोरेंट्स, ग्रोसर्स, ऑफलाइन और ऑनलाइन खुदरा व्यापारी, इ कॉमर्स प्लेटफॉर्म, फार्मेसी और किराना स्टोर्स के लिए कार्य करता है। साल 2019 में इसको रिलायंस इंडस्ट्रीज के द्वारा अधिग्रहित कर लिया गया। अभी यह रिलायंस रिटेल के अंतर्गत आता है और इसमें रिलायंस की 80% हिस्सेदारी है।
ONDC अगस्त के अंत तक कई शहरों में आ जाएगा
ONDC को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 5 शहरों में लांच किया गया था। अभी यह लखनऊ में भी सेवा में आ गया है। उम्मीद है कि ओ.एन.डी.सी. अगस्त माह के अंत तक कम से कम 100 शहरों में सेवा में आ जाएगा।
बहुत सी कंपनियां ONDC आधारित एप्लीकेशंस बना रही हैं। पेटीएम और फोन पे खरीदारों के लिए समर्थन उपलब्ध कराने की तैयारी में हैं। लखनऊ में लॉजिस्टिक्स में shiprocket ने सेवा शुरू कर दी है। फ्लिपकार्ट की शाखा E-kart भी पहले ही ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स को एकीकृत कर चुकी है। इसके अलावा स्नैपडील भी बहुत जल्द अपनी ONDC आधारित ऐप लांच करने वाली है।