IRMS Indian Railway Management Service की पूरी जानकारी

भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा

भारतीय रेलवे में 8 कैडर को मिलाकर एक कैडर (cadre) बनाया गया, जिसका नाम भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (IRMS) दिया गया। रेलवे में लंबे समय से चली आ रही अटकलों को दूर करते हुए UPSC के नोटिफिकेशन नंबर 05/2022 के द्वारा यह साफ हो गया है, कि अब भारतीय रेलवे में ग्रुप ‘A’ की IRMS की सभी भर्तियां यूपीएससी के द्वारा की जाएंगी। यह सभी भर्तियां UPSC की IAS परीक्षा द्वारा भरी जाएंगी।

IRMS क्या है?

IRMS का मतलब Indian Railway Management Service या भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा है। यह रेलवे के 8 कैडरों को सम्मिलित करने के बाद नई सेवा का गठन किया गया है। इसमें सम्मिलित किए गए आठ कैडर निम्न हैं –

  • IRSE
  • IRSME
  • IRSEE
  • IRSS
  • IRSSE
  • IRTS
  • IRPS
  • IRAS

रेलवे की इन 8 सेवाओं में से अधिकतम के लिए शैक्षणिक योग्यता टेक्निकल बैकग्राउंड की होनी आवश्यक थी। लेकिन आईआरएमएस के लिए शैक्षणिक योग्यता टेक्निकल या नॉन टेक्निकल भी हो सकती है। इसका मतलब यह है कि अब रेलवे में ग्रुप ‘A’ की सभी सर्विस के लिए non-technical शैक्षणिक योग्यता वाले अभ्यार्थी भी योग्य हैं।

IRMS की जरूरत या मजबूरी

भारतीय रेलवे में लगभग 12 लाख कर्मचारी काम करते हैं। इनका प्रबंधन करने के लिए अलग अलग विभाग बनाए गए थे, जो व्यवस्था आज भी जारी है। लेकिन रेलवे में रोज नई नई तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है और नए नए प्रयोग किए जा रहे हैं। जिनका उद्देश्य और अच्छी सेवा देना, कर्मचारियों को अधिक कुशल बनाना, संसाधनों का बेहतर उपयोग करना व रेलवे के खर्च को कम करना है।

लंबे समय से भारतीय रेलवे विभागों की आपसी लड़ाई से परेशान चल रहा था। कई कामों में विभाग एक दूसरे का सहयोग देने में असमर्थ दिखाई दे रहे थे। कैडर और सर्विस रूल भी कहीं ना कहीं ग्रुप ए के कर्मचारियों की आपसी लड़ाई का कारण बने हुए थे। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए रेल मंत्रालय ने कैडर तथा सर्विस रूल को बदलते हुए आई.आर.एम.एस (IRMS) का गठन किया।

इसीलिए विभागों की आपसी खींचतान को देखते हुए IRMS एक मजबूरी तथा वर्तमान की कार्यप्रणाली की आवश्यकताओं को देखते हुए IRMS एक जरूरत भी है।

IRMS में भर्ती/चयन कैसे होगा

जो अभ्यार्थी इंडियन रेलवे में Indian Engineering Service (IES) के माध्यम से आना चाहते थे उनको भी अब Civil Services Exam के जरिए आना होगा। इस बदलाव के बाद अब उन अभ्यर्थियों के लिए अधिक विकल्प खुलेंगे जिनकी शिक्षा Non Technical है। भारतीय रेलवे में IRMS Group-A के अधिकारी बनने के लिए अभ्यार्थी को UPSC के Civil Services Examination का हिस्सा बनना होगा।

इसके तहत पहले अभ्यार्थी को प्रिलिम परीक्षा देनी होती है। प्री परीक्षा पास होने पर मेन्स परीक्षा देनी होती है। इसके बाद साक्षात्कार होगा। प्री, मेन्स और साक्षात्कार के अंकों को मिलाकर एक संयुक्त मेरिट सूची तैयार की जाएगी। जिसके आधार पर चयन किया जाएगा। चयनित अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग पर भेजा जाएगा। ट्रेनिंग पर पास होने के पश्चात उनको भारतीय रेलवे में Group-A में अधिकारी के पद पर regular service में नियुक्ति मिलेगी।

IRMS की चुनौतियां

भारतीय रेलवे की प्रबंधन सेवा में पहली बार इतने बड़े स्तर पर बदलाव होने जा रहा है। आठ विभागों को मिलाकर एक संयुक्त प्रबंधन सेवा बनाने पर अधिकारियों की सर्विस सूची तथा वरीयता सूची बनाने को लेकर असंतोष हो सकता है। विभागों का स्पेशलाइजेशन ख़तम करके एक संयुक्त विभाग पर अलग अलग प्रकार की जिम्मेदारी आना सुरक्षा और संरक्षा के लिए चुनौती हो सकता है। यह काम पर भी असर डाल सकता है।

IRMS भारतीय रेलवे के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है लेकिन अभी इसमें तमाम तरह की चुनौतियां भी शामिल हैं।

दो सर्विस पहले की तरह ही चलती रहेंगी

रेलवे में पहले से चली आ रही 2 अन्य सर्विस, भारतीय रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और भारतीय रेलवे चिकित्सा सेवा (IRHS) ऐसे ही चलती रहेंगी। अब इन दोनों के अलावा 8 सेवाओं को मिलाकर एक सेवा IRMS कर देने के बाद रेलवे में कुल 3 services रहेंगी।


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