जयपुर स्तिथ छाबड़ा परिवार के स्वामित्व वाली मोतीसंस ज्वैलर्स के ज्वैलरी बिजनेस की शुरुआत जयपुर में एक शोरूम के साथ 1997 में हुई थी। बाद में मोतीसंस (motisons) ब्रांड का 4 शोरूम तक विस्तार हो गया। मार्च फाइनेंशियल ईयर 2023 को समाप्त वर्ष में इनका नेट प्रॉफिट 22.2 करोड़ रुपए रहा। जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत अधिक था। इनका रेवेन्यू पिछले वर्ष की तुलना में 16.5 प्रतिशत बढ़कर 366.2 करोड़ रुपए रहा।
मोतीसंस ज्वैलर्स IPO
मोतीसंस ज्वैलर्स का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 18 दिसंबर को खुलने वाला है और इसकी क्लोजिंग 20 दिसंबर को है। IPO का प्राइस बैंड ₹52 से ₹55 प्रति शेयर रखा गया है। इसके जरिए कंपनी लगभग 151 करोड़ रुपए जुटना चाहती है।
IPO का लॉट साइज 250 शेयर का है। रिटेल इन्वेस्टर्स को कम से कम 13750 रुपए का निवेश करना होगा। इसके तहत कुल 2.74 करोड़ फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इनमें से कुल 35 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित है।
ग्रे मार्केट सेंटीमेंट
ग्रे मार्केट में मोतीसंस ज्वैलर्स के IPO का धमाकेदार क्रेज दिख रहा है। पोस्ट लिखने के दौरान 16 दिसंबर को यह GMP में 104 रुपए के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। यदि शेयर 55 रुपए पर इश्यू होते हैं तो इसके लगभग 160 रुपए पर लिस्ट होने की संभावना है। आसान शब्दों में कहें तो निवेशकों को 190 प्रतिशत का बड़ा मुनाफा हो सकता है। बता दें की ग्रे मार्केट प्राइस सेंटीमेंट पर आधारित होता है।
कंपनी फंड का इस्तेमाल कैसे करेगी
मोतीसंस ज्वैलर्स IPO से होने वाली आय में से ₹58 करोड़ का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी। लगभग 71 करोड़ रुपए का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतें पूरी करने के लिए किया जाएगा। शेष फंड सामान्य व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए खर्च किया जायेगा।
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Disclaimer : यह पोस्ट निवेश से संबंधित सलाह नहीं देता। यह केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसमें लेखक के निजी विचार भी शामिल हो सकते हैं। शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है। केवल अपनी जिम्मेदारी पर ही निवेश करें।