Social media video call blackmail scam : सोशल मीडिया पर वीडियो कॉल और फिर ब्लैकमेल

फेसबुक (fb), इंस्टाग्राम (instagram) और स्नैपचैट (snapchat) जैसी सोशल मीडिया साइट या एप आजकल खूब इस्तेमाल की जाती हैं। यह हमें लोगों से जुड़ने में मदद करती हैं और हमारा खूब मनोरंजन भी करती हैं। हम अक्सर खाली समय में अपने मोबाइल में सोशल मीडिया एप (Social media app) खोलकर यूज करने लगते हैं। लेकिन इनके कई दुष्परिणाम भी सामने आ चुके हैं। उन्हीं में से एक यह भी है कि अक्सर इनका इस्तेमाल कुछ लोग हमें मूर्ख बनाने में, हमें किसी जालसाजी में फंसा कर ब्लैकमेल (blackmail) करने में या हमसे पैसे ऐंठने में भी करते हैं। यह जालसाज लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए नए-नए तरीके ईज़ाद करते रहते हैं। ऐसे ही एक वीडियो काॅल (Video call) से ब्लैकमेल करने के स्कैम के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।

सोशल मीडिया एप्स पर लोगों को बेवकूफ बनाकर या ब्लैकमेल करके पैसे ऐंठने की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं। ऐसी कई घटनाओं में कुछ ब्लैकमेल करने वालों को पकड़ा भी गया है। गाजियाबाद में एक शख्स को पकड़ा गया था, जो सोशल मीडिया पर एक लिंक भेजता था और उस लिंक पर क्लिक करने वाले की आईडी हैक करके, उसकी आईडी को बदनाम करने का डर दिखाकर उसको जाल में फंसा लेता था। राजस्थान में 2 लोगों को पकड़ा गया था, जो सोशल मीडिया पर लड़की बनकर लोगों से दोस्ती करते थे। उसके बाद उनसे फोन नंबर शेयर करते थे और गूगल डुओ (Google duo) पर वीडियो कॉल करके उनको फंसाते थे।

ऐसे फंसाया जाता है हनी ट्रैप में

लोगों को फंसाने के लिए उनके फेसबुक पर किसी लड़की की ज़ाली आईडी (fake id) से फ्रेंडशिप की जाती है। कई बार अचानक आपकी फेसबुक मैसेंजर (messanger) पर कोई मैसेज आता है और सामने से लड़की आपसे बात करती है। यह दोस्ती या चैट (Chat) का सिलसिला बहुत जल्द किसी भी ऐप के माध्यम से वीडियो काॅल तक पहुंचाया जाता है। जैसे ही कॉल शुरू होगी, सामने एक लड़की आपसे बात करेगी। हो सकता है वह लड़की कुछ ना बोले और वीडियो कैमरे के सामने अश्लील हरकतें करने लगे और अपने कपड़े उतारने लगे। यह भी हो सकता है कि सामने लड़की ना हो और कोई पहले से रिकॉर्डिड (Recorded) वीडियो प्ले हो रही हो। जब तक आप यह समझ पाते हैं कि क्या हो रहा है, तब तक आप की वीडियो स्पैमर्स (spammers) के पास पहुंच चुकी होती है।

जालसाज अश्लील हरकतें करती हुई लड़की से वीडियो कॉल करने की आपकी वीडियो सेव कर लेते हैं। यहां तक की उसमें आपके चेहरे को एडिट करके, उसके नीचे किसी और लड़के का शरीर लगाकर एक वीडियो तैयार कर लेते हैं। यह वीडियो ऐसी बन जाती है जैसे आप किसी लड़की से अश्लील बातें कर रहे हों। उधर कैमरे के सामने वह लड़की अश्लील हरकतें कर रही हो और इधर आप अश्लील हरकतें कर रहे हों।

इसके बाद शुरू होता है आपको ब्लैकमेल (blackmail) करने का खेल।

इस तरह से आप को फंसाकर और एडिट करके बनाई गई यह वीडियो आपको दिखाई जाती है। फिर जलसाज आप को ब्लैकमेल करके इस वीडियो को डिलीट (delete) करने के बदले आपसे पैसे की मांग करते हैं। उनकी डिमांड पूरी न करने की स्थिति में आपकी इस वीडियो को वायरल (viral) करने की धमकी दी जाती है। ब्लैकमेलर कहते हैं कि आपकी वीडियो आपके फेसबुक फ्रेंड्स को भेज देंगे और यूट्यूब (youtube) पर अपलोड कर देंगे, जिससे कि आपकी बहुत बदनामी होगी।

यह सिलसिला यहां पर नहीं रुकता। अगर आप ब्लैकमेलर कि बातों में नहीं आए तो फिर आपको आता है एक यूट्यूबर का मैसेज। वह आपको कहता है कि उसे आपकी वीडियो मिली है और यह वीडियो यूट्यूब पर अपलोड (upload) हो रही है। फिर से पैसे की डिमांड की जाती है। अगर कोई अभी भी इनके जाल में नहीं फंसा तो एक कोशिश और की जाती है।

नहीं फंसे तो कानून के नाम से डराया जाएगा

अंत में एक व्यक्ति आपसे पुलिस डिपार्टमेंट या साइबर क्राइम (cyber crime) डिपार्टमेंट का व्यक्ति बन कर बात करता है। वह शिकार को डराने की कोशिश करता है। अक्सर यह कहता है कि उसको आप के विरुद्ध शिकायत मिली है। आपने एक लड़की के साथ अश्लील हरकतें की हैं। जिसका सबूत भी उसके पास है। या तो आप उसकी बात मानिये नहीं तो आप को घसीटते हुए थाने में ले जाया जाएगा। आपके ऊपर मुकदमा कायम होगा और आपको जेल और जुर्माना होगा। या अन्य किसी और तरह से बातें बनाकर वह आपको डराने की कोशिश करता है।

ड़र गए तो समझिये जेब खाली

इस तरह से जब किसी को फंसाया जाता है, तो हड़बड़ी में डर कर वह व्यक्ति ब्लैकमेलर को पैसे दे देता है। जबकि कुछ लोग जो ब्लैकमेलर की किसी भी तरह की बातों में नहीं आते वह अक्सर इस जाल से बच जाते हैं। इस तरह की घटना अगर किशोर लड़कों के साथ, या फिर किसी लड़की/ महिला के साथ होती है, तो उसके इस जाल में फंस जाने संभावना ज्यादा होती है। लेकिन ब्लैकमेलर जानते हैं कि सभी किशोर लड़कों, लड़कियों या महिलाओं के पास पैसे होने की उतनी संभावना नहीं होती। इसलिए यह लोग पहले आपकी प्रोफाइल डिटेल्स (profile details) से आपकी वित्तीय और सामाजिक स्थिति का अनुमान लगा लेते हैं। अधिकतम टारगेट पुरुषों को ही बनाया जाता है।

इनसे बचने के लिए सावधान रहना जरूरी है

अगर आप भी सोशल मीडिया एप्स (social media apps) का इस्तेमाल करते हैं तो इस तरह की घटना आपके साथ ना हो, इसलिए सावधान रहना जरूरी है। सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दूरी बनाकर रखें और सावधान रहें। किसी अजनबी के मैसेज या कॉल के रिक्वेस्ट (message or call request) को बिना सोचे समझे एक्सेप्ट ना करें। अनजान लोगों से वीडियो कॉल पर बातचीत ना करें। किसी अजनबी से अपनी निजी जानकारियां और निजी जिंदगी के बारे में ज्यादा शेयर करने से भी बचना चाहिए। सोशल मीडिया के इस्तेमाल में सतर्कता बरतें और दूसरों को भी समझाएं।

Social media blackmail के शिकार हो रहे हों तो क्या करें ?

यदि अनजाने में आप ऐसी घटना के शिकार हो भी जाएं या अभी हो गए हों और आपने गलती से ऐसी कोई वीडियो कॉल रिसीव कर ली हो, तो भी ब्लैकमेलर के जाल में न फंसें। ब्लैकमेलर आपको डरा कर पैसे ऐंठने की कोशिश करेगा। लेकिन यह बहुत मुश्किल है कि वह आपकी वीडियो इंटरनेट पर डाले। क्योंकि यदि उसने ऐसा किया तो अधिक संभावना है कि शिकार हुआ व्यक्ति उसकी शिकायत करेगा, जिससे वह पकड़ा भी जा सकता है। वैसे भी ब्लैकमेलर सिर्फ पैसा ऐंठना चाहता है और उसे आपकी बदनामी कर देने से कुछ हासिल नहीं होने वाला। यूट्यूब और फेसबुक पोर्न वीडियो अपलोड करने की परमिशन नहीं देते। इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले अधिकतम लोग यह जानते हैं कि ऐसी घटनाएं होती हैं। इसलिए यदि कोई वीडियो इंटरनेट पर अपलोड होती भी है, तो लोग यह समझ सकते हैं कि यह फर्जी (fake) भी हो सकती है। आप भी इंटरनेट पर मौजूद किसी की भी किसी भी वीडियो पर आंख मूंदकर भरोसा ना करें।

सोशल मीडिया ब्लैकमेल की रिपोर्ट कहां करें ?

ज्यादातर सोशल मीडिया साइट्स, स्पैम (spam) अकाउंट्स और यूजर्स की रिपोर्ट करने का ऑप्शन देती है, ऐसे लोगों की आईडी को रिपोर्ट भी कर सकते हैं। किसी भी आपातकालीन स्थिति में लोकल पुलिस स्टेशन में संपर्क कर सकते हैं। साइबर क्राइम और साइबर फ्राॅड से जुड़ी घटनाओं की शिकायत दर्ज करने के लिए भारत सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल भी बनाया है। आप राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल (National cyber crime reporting portal) पर भी “online and social media related crime” कैटेगरी में अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। आपके पास अपनी शिकायत के पक्ष में पर्याप्त सबूत होने चाहिए। ऐसी घटना की स्थिति में स्क्रीन रिकॉर्डर, स्क्रीनशॉट और ऑडियो रिकॉर्डर आदि की सहायता से यह सब रिकॉर्ड करने की कोशिश करनी चाहिए।


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