भारतीय सेना की भर्ती प्रक्रिया में बड़े बदलाव की संभावना, 3 साल की होगी नौकरी

Indian Army New recruitment process: भारत सरकार सेना की भर्ती प्रक्रिया और नियमों में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है। सरकार जल्द ही ‘अग्निपथ योजना’ लागू कर सकती है। इसके तहत भर्ती किए गए युवाओं को 3 से 5 साल के लिए नौकरी करने का अवसर मिलेगा। ऐसे सैनिकों को अग्निवीर कहा जाएगा। इस योजना पर 2 साल पहले काम शुरू किया गया था। तब इसे टूर ऑफ ड्यूटी (tour of duty) नाम दिया गया था।

भारतीय वायु सेना (Indian Air Force), जल सेना (Indian Navy) और थल सेना (Indian Army), तीनों ही फोर्स के वरिष्ठ अधिकारी इस नई योजना को लेकर सरकार के सामने प्रेजेंटेशन दे चुके हैं। इस योजना से सरकार का भी रिटायरमेंट और पेंशन के रूप में काफी खर्च बचेगा। बेहतर प्रदर्शन करने वाले अग्निवीरों को स्थाई नौकरी दी जाएगी। अधिकांश सैनिकों को 3 साल के बाद नौकरी से मुक्त कर दिया जाएगा, जो इसके बाद कॉरपोरेट्स में नौकरी कर सकेंगे। सैन्य सेवा दे चुके प्रशिक्षित और अनुशासित युवाओं को नौकरी पर रखने के लिए कॉरपोरेट घराने भी रुचि दिखा रहे हैं।

3 या 5 साल वाली सेवा सिर्फ सैनिकों पर लागू होगी और यह अधिकारियों पर लागू नहीं होगी। रिपोर्ट है कि शायद इस योजना के अंतर्गत भर्ती किए गए युवाओं में से 25% को 3 साल के लिए नौकरी पर रखा जाएगा। 25% को 5 साल के लिए रखा जाएगा और बाकी 50% सैनिक रिटायरमेंट की उम्र तक सेवा दे सकेंगे।

सरकार के सेना पर खर्च में होगी भारी बचत

वर्तमान में सरकार को सेना पर हुए खर्च का अधिकांश हिस्सा पेंशन पर खर्च करना पड़ता है। यह सब भर्तियां अनुबंध के आधार पर होंगी तो सरकार का पेंशन का खर्च बचेगा। बचे हुए पैसे को सेना के आधुनिकीकरण पर खर्च किया जाएगा। अग्निपथ योजना के अंतर्गत भर्ती सैनिकों को शायद नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) का लाभ दिया जाएगा। फोर्स के अन्य रिटायर्ड कर्मचारियों की तरह इन्हें भी मेडिकल सुविधाओं का लाभ दिया जाएगा।

टूर ऑफ ड्यूटी पर सवाल भी उठ रहे हैं

इस नए फार्मूले से भर्ती पर सवाल भी उठ रहे हैं। सेना के रिटायर्ड अधिकारियों का कहना है कि इससे सेना की काबिलियत पर असर पड़ेगा। एक नए रिक्रूट को एक्सपर्ट सैनिक बनने में लंबा समय लगता है। युवाओं की ट्रेनिंग में ही 1 साल का समय लग जाता है।

सेना में खाली हैं सवा लाख से ज्यादा पद

कोविड-19 के कारण पिछले 2 साल से सेना भर्तियों पर रोक लगी हुई है। जिसके कारण भारतीय सेना में सैनिकों की संख्या कम हो गई है। सेना के तीनों अंगों में कुल मिलाकर लगभग सवा लाख पर खाली हैं। सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने अब धरना प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है।

  • भारतीय सेना में कुल मिलाकर लगभग 14 लाख सैनिक हैं।
  • उत्तर प्रदेश के 168000 सैनिक हैं।
  • पंजाब के 89000 जवान सेना में हैं।
  • महाराष्ट्र के 88000 और
  • चौथे नंबर पर राजस्थान के 80000 जवान सेना में हैं।
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